भारत के बच्चे मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड मैदान पर मैसकोट्स बने

भारत के बच्चे मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड मैदान पर मैसकोट्स बने

खेल और फुटबॉल के माध्यम से पूरे विश्व को जोड़ने के अपने अभियान ब्यूटीफुल पॉसीबिल्टिस में शेवरले ने भारत के कोलकाता से दो बच्चों को इंग्लैण्ड के मैनचेस्टर में मैनचैस्टर यूनाईटेड और लिवरपूल के बीच हुए मैच में आमंत्रित किया। यह बच्चे मैसकोट्स (शुभंकर) के तौर पर मैनचेस्टर की टीम के साथ शामिल हुए।

सोनू राजभर 14 और शारिक मौहम्मद 13 ने विश्व के दूसरे कोनों से आए हुए 9 अन्य बच्चों के साथ इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। भारत के अलावा यहां ब्राजील, चीन, थाईलैंड और यूनाईटेड स्टेटस के बच्चे भी आए हैं। शेवलरे ने बच्चों को इसलिए चुना क्योंकि वो खेल भावना का प्रचार प्रसार करना चाहती है।

भारतिया मॅस्कॉट्स(शूभंकर) / मॅनचेस्टर युनाइटेड के खिलाड़ि: सोनू राजभर 14, शरीक मोहम्मद 13 विभिन्न देशो जैसे ब्राज़ील, चीन, थाइलॅंड और यूनाइटेड स्टेट्स से आए दूसरे 8 से 14 साल के बच्चो के साथ शामिल किए गये।

सोनू मॅनचेस्टर यूनाइटेड के मैटीओ डार्मियन (Matteo Darmian) के संग और शरीक मेंफिस देपे (Memphis Depay) के संग शेवरले के द्वारा मॅनचेस्टर लाया गया क्यूंकी ये बच्चे खेलने की भावना को आदर करते है. इसी मैच के दौरान ये बच्चे मॅनचेस्टर यूनाइटेड के महान खिलाड़ियों के साथ भी मिले, मॅनचेस्टर युनाइटेड फुटबॉल स्कूल घूमे और ऐतिहासिक शहर ट्रॅफर्ड का भी भ्रमण किया।

शानिवार को यह बच्चे ओल्ड ट्रेफर्ड के मैदान पर मैनचेस्टर की टीम के साथ मैदान पर उतरे थे। मैनचेस्टर के हर खिलाड़ी ने अपने साथ मौजूद बच्चे के नाम की जर्सी पहन रखी थी। जर्सी के पीछे मेसकोट का नाम लिखा हुआ था। मैच के शुरु होने से पहले होने वाले एक ट्रेडिशनल प्रोग्राम में मैनचेस्टर के खिलाड़ियों ने बच्चों (मेसकोट्स) को अपनी जर्सी उतार कर उन बच्चों (मेसकोट्स) को दीं।

यह लगातार दूसरी बार है जब शेवरले ने दुनियाभर के बच्चों को बुलाकर मेसकोट्स के तौर पर उन्हें पेश किया। शेवरले आगे भी इस तरह की मुहिम चालू रखेगा। बुलाए गए हर बच्चे की कहानी www.ChevroletFC.com पर मौजूद है।

मैसकोट्स (शुभंकर) के बारे मैं जानकारी: सोनू राजभर का सपना है एक दिन वो स्टॅच्यू ऑफ लिबर्टी देखने जाए। इनकी अभिरुचि क्रिकेट खेलना, बॉलीवुड संगीत सुनना और अपने पापा के साथ अम्यूज़्मेंट पार्क घूमना है सोनू की इच्छा है की, वो बड़े होकर एक सुरक्षित नौकरी पा सके ताकि अपने परिवार को अच्छी ज़िंदगी दे पाए।

शरीक मोहम्मद WWE वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट के फैन है। शरीक ने अपने दोस्तो के साथ मिलकर अपने गाव नायाटोली के पास “powerhouse” फुटबॉल क्लब बनाया; शरीक अपने बड़े भाई की तरह एक लेडीस टेलर बनना चाहते है। इनका मनपसंदीदा फुटबॉल टीम अर्जेंटीना नॅशनल टीमहै।

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