आओ बच्चो सुनो कहानी। The Flying Letter – उड़ता हुआ पत्र – Technology Story
आओ बच्चो सुनो कहानी। The Flying Letter – उड़ता हुआ पत्र – Technology Story
यह कहानी रमन की टेक टेल सीरीज पर आधारित है।इसका उद्देश्य दिलचस्प कहानियों के माध्यम से सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी या कंप्यूटर) के उच्च तकनीक क्षेत्र में बच्चों को शिक्षित करना है। [ YouTube Link ]
कहानी इस प्रकार है …
एक दूर गाँव में भोलू नाम का एक किसान रहता था। उसका इकलौता लड़का रामू गाँव के उन कुछ बच्चों में से था जिन्होंने अपने स्कूल की शिक्षा खत्म कर ली थी। क्योंकि गाँव में उच्च शिक्षा के लिए कोई उचित सुविधा नहीं थी, भोलू के पास इसके इलावा कोई और विकल्प नहीं था की वह रामू को शिक्षा के लिए शहर भेजे जो मीलों दूर था।
लेकिन भोलू इसके लिए तैयार नहीं था क्योंकि वह अपने पुत्र से बहुत प्यार करता था। वह कभी नहीं चाहता था कि रामू उससे दूर रहे।
क्योंकि भोलू निर्णय नहीं कर पा रहा था, उसने अपने एक करीबी मित्र दीनू की मदद लेनी चाही जो एक बुद्धिमान व्यक्ति था।
“यह बहुत जरूरी है कि तुम रामू को उच्च शिक्षा के लिए शहर भेजो, क्योंकि अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद वह हमारे गाँव की प्रगति के लिए बहुत योगदान कर पाएगा,” दीनू ने सुझाव दिया।
भोलू मान गया। “लेकिन जब मेरा पुत्र दूर होगा तो मैं उससे निरन्तर संपर्क रखना चाहता हुँ,” उसने कहा।
“तुम उसे पत्र भेज सकते हो और रामू जवाब दे देगा,” दीनू ने कहा।
“लेकिन हमारे गाँव की डाक प्रणाली बहुत धीमी है। हमारे पत्र शहर पहुँचने में हफ़्तों लग जाते हैं,” भोलू चिंतित था।
“तुम्हे उस पुरानी प्रणाली पर निर्भर नहीं रहना। अब तुम्हारे पत्र एक ही दिन के कुछ घंटों में शहर पहुँच भी सकते हैं और वहां से आ भी सकते हैं,” दीनू ने उसे बताया।
“क्या पत्र उड़ कर जाएगा?” भोलू ने मासूमियत से पूछा।
“हाँ, तुम यह कह सकते हो। वास्तव में यह एक सस्ती उपग्रह द्वारा संचार प्रणाली है। तुम्हे बस अपना पत्र दफ्तर में बैठे हुए व्यक्ति को देना है। वह तुम्हारा संदेश तुरंत भेज देगा,” दीनू ने समझाने की कोशिश की।
भोलू इस सिद्धान्त को तो नहीं समझ सका लेकिन वह आश्वस्त था और उसने इस प्रणाली को “उड़ता हुआ पत्र” कहना ही ठीक समझा।
इस तरह से उसने रामू को आगे की शिक्षा के लिए शहर भेजा और उसके साथ “उड़ता हुआ पत्र” सेवा के द्वारा निरन्तर संपर्क बनाए रखा।
कहानी में टेक्नोलॉजी: उपग्रह द्वारा संचार
हमारी पृथ्वी ग्रह में अलग–अलग जगह पर संदेश भेजने के लिए कृत्रिम उपग्रहों का प्रयोग किया जाता है। यह टेक्नोलॉजी विशेष रूप से दूर और अलग क्षेत्रों के लिए उपयोगी है।
इस कहानी की पटकथा और निर्माण राकेश रमन ने किया है, जो एक राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पत्रकार और मानवतावादी संगठन आरएमएन फाउंडेशन के संस्थापक हैं।