The Flying Letter – उड़ता हुआ पत्र – Technology Story
The Flying Letter – उड़ता हुआ पत्र – Technology Story
हिंदी में कहानी
एक दूर गाँव में भोलू नाम का एक किसान रहता था। उसका इकलौता लड़का रामू गाँव के उन कुछ बच्चों में से था जिन्होंने अपने स्कूल की शिक्षा खत्म कर ली थी। क्योंकि गाँव में उच्च शिक्षा के लिए कोई उचित सुविधा नहीं थी, भोलू के पास इसके इलावा कोई और विकल्प नहीं था की वह रामू को शिक्षा के लिए शहर भेजे जो मीलों दूर था।
लेकिन भोलू इसके लिए तैयार नहीं था क्योंकि वह अपने पुत्र से बहुत प्यार करता था। वह कभी नहीं चाहता था कि रामू उससे दूर रहे।
क्योंकि भोलू निर्णय नहीं कर पा रहा था, उसने अपने एक करीबी मित्र दीनू की मदद लेनी चाही जो एक बुद्धिमान व्यक्ति था।
“यह बहुत जरूरी है कि तुम रामू को उच्च शिक्षा के लिए शहर भेजो, क्योंकि अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद वह हमारे गाँव की प्रगति के लिए बहुत योगदान कर पाएगा,” दीनू ने सुझाव दिया।
भोलू मान गया। “लेकिन जब मेरा पुत्र दूर होगा तो मैं उससे निरन्तर संपर्क रखना चाहता हुँ,” उसने कहा।
“तुम उसे पत्र भेज सकते हो और रामू जवाब दे देगा,” दीनू ने कहा।
“लेकिन हमारे गाँव की डाक प्रणाली बहुत धीमी है। हमारे पत्र शहर पहुँचने में हफ़्तों लग जाते हैं,” भोलू चिंतित था।
“तुम्हे उस पुरानी प्रणाली पर निर्भर नहीं रहना। अब तुम्हारे पत्र एक ही दिन के कुछ घंटों में शहर पहुँच भी सकते हैं और वहां से आ भी सकते हैं,” दीनू ने उसे बताया।
“क्या पत्र उड़ कर जाएगा?” भोलू ने मासूमियत से पूछा।
“हाँ, तुम यह कह सकते हो। वास्तव में यह एक सस्ती उपग्रह द्वारा संचार प्रणाली है। तुम्हे बस अपना पत्र दफ्तर में बैठे हुए व्यक्ति को देना है। वह तुम्हारा संदेश तुरंत भेज देगा,” दीनू ने समझाने की कोशिश की।
भोलू इस सिद्धान्त को तो नहीं समझ सका लेकिन वह आश्वस्त था और उसने इस प्रणाली को “उड़ता हुआ पत्र” कहना ही ठीक समझा।
इस तरह से उसने रामू को आगे की शिक्षा के लिए शहर भेजा और उसके साथ “उड़ता हुआ पत्र” सेवा के द्वारा निरन्तर संपर्क बनाए रखा।
टेक्नालजी: उपग्रह द्वारा संचार – हमारी पृथ्वी ग्रह में अलग–अलग जगह पर संदेश भेजने के लिए कृत्रिम उपग्रहों का प्रयोग किया जाता है। यह टेक्नालजी विशेष रूप से दूर और अलग क्षेत्रों के लिए उपयोगी है।
Story by Rakesh Raman
The Flying Letter – उड़ता हुआ पत्र – Technology Story
Story in English
In a remote village, there lived a farmer named Bholu. His only son, Ramu, was among the few children in the village who had completed their schooling. Since there was no proper facility in the village for higher education, Bholu had no other option but to send Ramu to the city, which was hundreds of miles away.
But Bholu was not quite eager for that because he had a lot of affection for his son. He never wanted Ramu to live away from him. Since Bholu was not able to decide, he wanted to take the help of his close friend Dinu, who was an intelligent man.
“It’s very important that you send Ramu to the city for higher studies. Because after completing his studies he would be able to contribute a lot towards the development of our village,” Dinu suggested.
Bholu agreed. “But I want to keep a regular interaction with my son when he would be away,” he said.
“You can send him letters, and Ramu would reply,” said Dinu.
“But the postal system in our village is very slow. It takes weeks for our letters to reach the city,” Bholu was worried.
“You don’t have to depend on that old system. Now your letters can reach and come from the city within a few hours on the same day,” Dinu informed him.
“Will the letter fly?” Bholu asked innocently.
“Yes, you can say that. Actually, it’s an inexpensive satellite-based communication system. You have to just give your letter to the person who sits in that office. He will send your communication instantly,” Dinu tried to explain.
Bholu could not understand the concept, but he was convinced and preferred to call it a ‘flying letter’ system.
Thus, he sent Ramu to the city for his further studies. And kept a regular contact with him using the ‘flying letter’ service.
Technology: Satellite Communications – Artificial satellites are used to send and receive messages on different parts of our planet, Earth. This technology is particularly useful for communications in remote areas.
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